-रिंकू परिहार सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाते हुए कहा है कि समलैंगिकता अब अपराध नहीं…
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पितृसत्ता की नई शब्दावली- गुड फेमिनिज़म, बैड फेमिनिज़म
-रिंकू परिहार | समाज का आईना | ‘मैं तो तंदुरी मुर्गी हूं यार, गटका ले सइंया ऐल्कॉहॉल से’ फिल्म दबंग 2 के…
मूक राम और रावण के युग में क्यों रहे सीता नारी सम्मान की पहचान?
-रिंकू परिहार वर्तमान में जिस तरह धर्म को आधार बना शोषण और बुराइयों को बढ़ावा दिया…
“तू मेरी बेटी नहीं बेटा है” – यह कह कर अपनी बेटी की पहचान मत छीनिये
-रिंकू परिहार नहीं! हरगिज़ नही। मै आपकी बेटी हूँ और बेटी ही कहलाना चाहती हूँ। मै…
सबसे बड़ा रोग, क्या कहेंगे लोग – पर ये ‘लोग’ हैं कौन?
-रिंकू परिहार सब अपनी ज़िन्दगी में उलझे हैं, परेशान हैं। उनसे उबरने की कोशिश में लगे…
जेंडर क्या है ??
-रिंकू परिहार जेंडर का ताल्लुक समाज में स्त्री-पुरुष के बीच गैर-बराबरी के आईने से है| यह…
बाल विवाह दे रहा है नाताप्रथा को बढ़ावा
-रिंकू परिहार नाता प्रथा को बढ़ावा देने के पीछे कुछ समाजो की परम्परा ही नही बल्कि…
विवाह को, बेटियों के जीवन का सिर्फ एक हिस्सा माना जाना चाहिए, लड़की के जीवन का एकमात्र लक्ष्य नहीं.
-रिंकू परिहार विवाह को, बेटियों के जीवन का सिर्फ एक हिस्सा माना जाना चाहिए, लड़की के…
नाताप्रथा : एक सामाजिक कुरीति
-रिंकू परिहार नाता प्रथा राजस्थान में प्रचलित पुरानी प्रथाओं में एक है। राजस्थान की कुछ जातियों…
महिलाओं के अधिकार
-रिंकू परिहार आज महिलाएं भी मेहनत कर रही हैं और अपने करियर को लेकर गंभीर हैं.…