जयपुर ; मध्य प्रदेश की 14 साल की दलित बच्ची के साथ राजस्थान के अलग-अलग जिलों में तीन लोगों ने रेप किया। बच्चो को उसके रिश्तेदारों ने देह-तस्करों को बेच दिया था। दिल दहला देने वाली यह घटना गुरुवार को तब सामने आई जब जयपुर पुलिस ने भरतपुर, ढोलपुर, करौली और जयपुर से 9 आरोपियों को आईपीसी, एससी-एसटी अत्याचार निरोधक कानून और पॉक्सो कानून के तहत अलग-अलग धाराओं में गिरफ्तार किया। इनमें से तीन को नाबालिग बच्ची से रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी महेश नगर के एसएचओ जगदीश प्रसाद ने दी है।
उन्होंने
बताया कि बच्ची मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के एक दलित परिवार से आती है। उसके
पिता देख नहीं सकते और मां मानसिक रूप से बीमार हैं। करीब 3 महीने पहले उसके रिश्तेदारों ने बच्ची को देह
तस्करों को 1.5 लाख रुपये में बेचने के लिए परिवार को मना
लिया। उसे भरतपुर लाया गया जहां एक शख्स ने उसका रेप किया। इसके बाद दो और लोगों
ने उसका रेप किया और फिर जयपुर में राम दयाल नाम के आदमी के पास भेज दिया।
एसीपी नेम
सिंह ने बताया कि डरी-सहमी बच्ची उन हैवानों से माता-पिता के पास भेजने की जिद
करती रही। आखिरकार सोमवार को वह किसी तरह राम दयाल के घर से भागी और ज्योति नगर
पुलिस स्टेशन पहुंची। उसने पुलिस को सारी आपबीती कह सुनाई। पुलिस ने फौरन पांच
टीमें बनाईं और आरोपियों को ढूंढने निकल पड़ी।
पुलिस ने सीनियर
अधिकारियों को जानकारी दी जिन्होंने टीमें अलग-अलग शहरों में भेजीं। बच्ची ने आरोपियों
के फोन नंबर दिए और वह उन्हें पहचान भी रही है। एसएचओ प्रसाद ने बताया कि जीतेंद्र, भूपेंद्र और राधे श्याम को बच्ची से रेप के आरोप
में गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने कबूल किया है कि भरतपुर, ढोलपुर और करौली के कई गांवों में नाबालिग लड़कियों
को देश के पिछड़े इलाकों से लाया जाता है और बड़ी उम्र के आदमियों से शादी कराई
जाती है।